


महाकुंभ 2025: CM योगी ने IIM लखनऊ में राष्ट्र निर्माण पर जोर दिया, कहा- “महाकुंभ ने भारत की सांस्कृतिक विरासत को दुनिया के सामने रखा”
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज लखनऊ स्थित भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) में ‘महाकुंभ के सफल आयोजन द्वारा राष्ट्र निर्माण’ विषय पर एक विशेष संवाद कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम में IIM लखनऊ और भारतीय डाक सेवा के अधिकारियों ने भाग लिया। मुख्यमंत्री योगी ने महाकुंभ 2025 के आयोजन को भारत की सांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहर के प्रतीक के रूप में रेखांकित किया और कहा कि इस आयोजन ने दुनिया को भारत की समृद्ध विरासत और एकता की नई दृष्टि दी है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा, “महाकुंभ 2025 ने न केवल भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को विश्व पटल पर स्थापित किया है, बल्कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ के संकल्प को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। महाकुंभ का आयोजन केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में एक अहम भूमिका निभाता है।”
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि महाकुंभ जैसे आयोजन भारत की विविधता में एकता को दर्शाते हैं। उन्होंने कहा, “यह आयोजन देश की सांस्कृतिक एकता और सामाजिक समरसता को मजबूत करने का एक बेहतरीन उदाहरण है। महाकुंभ के माध्यम से हमने दुनिया को यह संदेश दिया है कि भारत न केवल अपनी प्राचीन परंपराओं को संजोए हुए है, बल्कि आधुनिकता के साथ तालमेल बिठाकर आगे बढ़ रहा है।”
योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ 2025 के आयोजन में सभी हितधारकों के योगदान की सराहना की और कहा कि इसके सफल आयोजन में प्रशासन, सुरक्षा बलों, स्वयंसेवकों और स्थानीय लोगों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही। उन्होंने कहा, “महाकुंभ के दौरान हमने पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता और बेहतर बुनियादी ढांचे पर विशेष ध्यान दिया, जो प्रधानमंत्री मोदी के ‘स्वच्छ भारत’ और ‘ग्रीन इंडिया’ के सपने को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।”
कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने IIM लखनऊ और भारतीय डाक सेवा के सभी अधिकारियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों से न केवल भारत की सांस्कृतिक पहचान मजबूत होती है, बल्कि यह युवाओं को राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करता है।
महाकुंभ 2025 का आयोजन प्रयागराज में हुआ था, जिसमें देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। इस आयोजन को भारत की सांस्कृतिक विरासत और आध्यात्मिक ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। योगी आदित्यनाथ ने इस आयोजन को उत्तर प्रदेश सरकार की एक बड़ी उपलब्धि बताया और कहा कि इससे राज्य के पर्यटन और आर्थिक विकास को भी बल मिला है।
इस कार्यक्रम के माध्यम से यह स्पष्ट हो गया कि महाकुंभ जैसे आयोजन न केवल धार्मिक महत्व रखते हैं, बल्कि ये राष्ट्र निर्माण और वैश्विक पहचान के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।

Author: ainewsworld



