एसजेवीएन की नवीकरणीय ऊर्जा शाखा एसजेवीएन ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एसजीईएल) को जीयूवीएनएल चरण-XXIII में 200 मेगावॉट सौर परियोजना के निष्पादन को लेकर गुजरात ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड (जीयूवीएनएल) से आशय पत्र (एलओआई) प्राप्त मिला है। 2 मार्च, 2024 को जीयूवीएनएल की ओर से इलेक्ट्रॉनिक रिवर्स नीलामी आयोजित की गई थी। इस दौरान एसजेवीएन ग्रीन एनर्जी लिमिटेड ने पहले टैरिफ आधारित प्रतिस्पर्धी बोली के माध्यम से बिल्ड ओन एंड ऑपरेट (बीओओ) आधार पर 2.66 रुपये प्रति यूनिट के टैरिफ पर 200 मेगावॉट की सौर परियोजना हासिल की थी।
एसजेवीएन की अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्रीमती गीता कपूर ने बताया कि इस परियोजना के निर्माण और विकास की अनुमानित लागत 1,100 करोड़ रुपये है। गुजरात के कच्छ जिले के खावड़ा में गुजरात राज्य विद्युत निगम लिमिटेड (जीएसईसीएल) सोलर पार्क में यह परियोजना विकसित की जानी है। जीईआरसी द्वारा टैरिफ स्वीकारने के बाद जीयूवीएनएल के साथ पावर परचेज एग्रीमेंट (पीपीए) का निष्पादन किया जाएगा। पीपीए पर सहमति बनने की तारीख से 18 महीने की अवधि के भीतर यह परियोजना चालू हो जाएगी।
इस परियोजना के शुरू होने के बाद पहले वर्ष में 508.40 मिलियन यूनिट ऊर्जा उत्पन्न होने की उम्मीद है। वहीं, 25 वर्षों की अवधि में संचयी ऊर्जा उत्पादन लगभग 11,698.16 मिलियन यूनिट होने का अनुमान है। इस परियोजना के चालू होने से 5,73,210 टन कम कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जित होने की उम्मीद है।
एसजेवीएन लिमिटेड भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत एक मिनी रत्न-श्रेणी-I और अनुसूची-‘ए’ केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम है। इसने भारत सरकार और हिमाचल प्रदेश सरकार के संयुक्त उद्यम के रूप में 24 मई, 1988 को अपनी यात्रा शुरू की।
एसजेवीएन ने ऊर्जा के लगभग सभी रूप जैसे हाइड्रो, थर्मल, पवन, सौर ऊर्जा के साथ ही पावर ट्रेडिंग और ट्रांसमिशन में भी विविधता ला दी है। भविष्य में एसजेवीएन का लक्ष्य वर्ष 2030 तक 25,000 मेगावॉट की स्थापित क्षमता और वर्ष 2040 तक 50,000 मेगावॉट की स्थापित क्षमता की साझा परिकल्पना को प्राप्त करने के लिए महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित करके बढ़ना है।