केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्री श्री नारायण राणे ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के परिवर्तनकारी नेतृत्व में महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए बेहतर नीतियों के साथ-साथ बेहतर माहौल बनाया गया। इसके परिणामस्वरूप भारत में महिला उद्यमियों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है।
आज नई दिल्ली में 9वें वार्षिक शक्ति अंतर्राष्ट्रीय महिला उद्यमी शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि हमें यह कहते हुए बेहद गर्व हो रहा है कि एमएसएमई क्षेत्र में भी महिला उद्यमियों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। श्री राणे ने कहा कि आज 1.40 करोड़ से अधिक एमएसएमई का नेतृत्व महिलाएं कर रही हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि महिलाओं के स्वामित्व वाले एमएसएमई का जेड सर्टिफिकेशन अब पूरी तरह से मुफ्त है।
महिला उद्यमिता पर केंद्रित इस कार्यक्रम के दौरान सीजीटीएमएसई योजना की लाभार्थी महिला उद्यमियों के साथ-साथ बेहतर काम करने वाली महिला उद्यमियों को सम्मानित किया गया
शिखर सम्मेलन में तीन नई पहल की शुरुआत की गई
1) एमएसएमई मंत्रालय और महिला उद्यमिता मंच (डब्ल्यूईपी) द्वारा एक संयुक्त एकीकृत राष्ट्रीय अभियान ‘पंजीकरण से प्रगति’ का शुभारंभ किया गया। यह राष्ट्रीय अभियान देश भर की महिला उद्यमियों के लिए उद्यम को पंजीकृत कराने और अवसरों का रास्ता खोलने का आह्वान है।
2) ‘डब्ल्यूईपी उन्नति-उद्यमिता से प्रगति तक एमएसएमई मंत्रालय और महिला उद्यमिता मंच (डब्ल्यूईपी) का संयुक्त कार्यक्रम है।’ यह एमएसएमई – डब्ल्यूईपी अवार्ड-टु-रिवार्ड (पुरस्कार-से-पुरस्कृत) (एटीआर) कार्यक्रम डब्ल्यूईपी के माध्यम से व्यापक क्षमता निर्माण सहायता प्रदान करके महिला एमएसएमई को विकास के अगले स्तर पर ले जाने की एक अभूतपूर्व पहल है।
3) महिला उद्यमिता मंच (डब्ल्यूईपी) का ‘मेंटरशिप प्लैटफॉर्म’
इस मौके पर मंत्रालय के सचिव श्री एस.सी.एल. दास, नीति आयोग की वरिष्ठ सलाहकार सुश्री अन्ना रॉय, एसएमई की संयुक्त सचिव सुश्री मर्सी एपाओ और डीसी-एमएसएमई कार्यालय की अतिरिक्त विकास आयुक्त डॉ. इशिता गांगुली त्रिपाठी, महिला उद्यमी, उद्योग जगत से जुड़े विशेषज्ञ और सरकार से जुड़े लोग मौजूद रहे।
वार्षिक शक्ति अंतर्राष्ट्रीय महिला उद्यमी शिखर सम्मेलन प्रत्येक वर्ष अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित किया जाता है। इसका उद्देश्य विभिन्न उद्योग क्षेत्रों से उभरती महिला उद्यमियों की उपलब्धियों पर गर्व करने के साथ-साथ आकांक्षी और स्थापित महिला उद्यमियों को सशक्त बनाना है।
महिला उद्यमी मंच के सहयोग से भारत एसएमई फोरम और एमएसएमई मंत्रालय द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम के जरिए देश की सबसे सफल महिला उद्यमियों और अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों से प्रतिभागियों को जोड़ा गया। प्रेरणादायक चर्चा और इंटरैक्टिव सत्रों के माध्यम से उपस्थित लोगों ने व्यावसायिक नवाचार, नेतृत्व और महिला उद्यमियों के रूप में उत्कृष्टता प्राप्त करने पर व्यावहारिक जानकारी हासिल की।