राजस्थान पुलिस में सब-इंस्पेक्टर (SI) की भर्ती परीक्षा में हुए अनियमितताओं के मामले के बाद अब शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। इसी कड़ी में, राजस्थान के शिक्षा विभाग ने एक बड़ा आदेश जारी करते हुए पीटीआई (Physical Training Instructor – शारीरिक शिक्षा प्रशिक्षक) के रूप में चयनित कार्मिकों के स्थाईकरण और उनके वेतन के नियमितीकरण पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है।
SOG की जाँच में उजागर हुआ फर्जीवाड़ा
यह फैसला राज्य की विशेष ऑपरेशन ग्रुप (SOG) द्वारा चल रही गहन जाँच के परिणामस्वरूप लिया गया है। SOG की जाँच में पिछले कुछ महीनों में PTI भर्ती प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हुआ है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, SOG ने अब तक 1200 से अधिक ऐसे चयनित उम्मीदवारों को चिन्हित किया है, जिन पर नकली दस्तावेज जमा करने या धोखाधड़ी से चयन प्राप्त करने का आरोप है। इसी आधार पर अब तक 240 से अधिक फर्जी PTI कर्मचारियों को बर्खास्त भी किया जा चुका है।
SI भर्ती रद्द होने का PTI मामले पर प्रभाव
यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब हाल ही में राजस्थान में आयोजित पुलिस सब-इंस्पेक्टर (SI) की भर्ती परीक्षा को भी व्यापक अनियमितताओं के चलते रद्द कर दिया गया था। दोनों ही मामलों में भर्ती प्रक्रियाओं में गंभीर खामियाँ और संगठित धोखाधड़ी के संकेत मिले हैं। SI परीक्षा रद्द होने के बाद प्रशासन का ध्यान PTI भर्ती में हुए अनियमितताओं की गहन जाँच पर गया है, जिसके चलते शिक्षा विभाग को यह सख्त कदम उठाना पड़ा।
विभागीय आदेश के मुताबिक क्या होगा?
शिक्षा विभाग के आदेश के अनुसार, PTI पदों पर चयनित सभी कार्मिकों का स्थाईकरण और वेतन नियमितीकरण प्रक्रिया तब तक के लिए स्थगित कर दी गई है, जब तक कि उनकी भर्ती की पूरी प्रक्रिया की शुद्धता की जाँच नहीं हो जाती। ऐसे सभी कर्मचारी, जो अभी प्रोबेशन पर या अस्थाई तौर पर कार्यरत हैं, उनकी नियुक्ति की वैधता की जाँच की जाएगी।
आगे की राह
माना जा रहा है कि SOG द्वारा चलाई जा रही कार्रवाई अभी जारी रहेगी और और भी नाम इस सूची में शामिल हो सकते हैं। विभाग ने स्पष्ट किया है कि जिन भी उम्मीदवारों को दोषी पाया जाएगा, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई के साथ-साथ उनकी नौकरी भी तत्काल समाप्त की जाएगी। इस पूरे प्रकरण ने राज्य में सरकारी भर्ती प्रक्रियाओं में सुधार की माँग को एक बार फिर से बल दिया है।

Author: ainewsworld



