
क्रिकेटकी पीढ़ियों का मिलन: चेन्नई के ‘कैप्टन कूल’ ने युवा सितारे को दिया जीवनभर याद रखने वाला मंत्र
राजस्थान। आईपीएल 2025 का एक मैच सिर्फ क्रिकेट के स्कोरकार्ड से आगे निकलकर इतिहास का हिस्सा बन गया, जब टूर्नामेंट के सबसे अनुभवी खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी (43) और सबसे युवा प्रतिभा वैभव सूर्यवंशी (14) के बीच हुई मुलाकात ने सभी का ध्यान खींचा। राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलते हुए वैभव ने चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन मैच के बाद उनका धोनी के साथ हुआ संवाद और गुरु-शिष्य परंपरा की झलक सोशल मीडिया पर छा गई।
“पैर छूकर दिखाया सम्मान, धोनी ने दिया आशीर्वाद”
मैच समाप्त होते ही जब दोनों टीमों के खिलाड़ी एक-दूसरे से हाथ मिला रहे थे, तब वैभव ने धोनी को देखते ही तुरंत उनके पैर छुए। इस दौरान धोनी ने युवा प्रतिभा के सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद दिया और दोनों की मुस्कान कैमरे में कैद हो गई। यह वीडियो कुछ ही मिनटों में वायरल हो गया, जिसे फैंस ने “क्रिकेट की दो पीढ़ियों का सुंदर संगम” बताया।
“प्रतिभा है अद्भुत, पर दबाव न बनने दें”
ब्रॉडकास्टर्स से बात करते हुए धोनी ने वैभव की जमकर सराहना की: “इस उम्र में इतना आत्मविश्वास और क्लीन हिटिंग काबिलेतारीफ है। मेरी सलाह है कि उम्मीदें बढ़ने पर दबाव न लें। सीनियर्स और कोच से सीखने की ललक हमेशा बनाए रखें। यही खेल को ‘पढ़ने’ और समझने का सबसे अच्छा तरीका है।” धोनी ने यह सलाह न सिर्फ वैभव, बल्कि सभी युवा क्रिकेटर्स को दी, जो आईपीएल जैसे मंच पर अपना स्टार बनाने की कोशिश में हैं।
वैभव का सफर: 14 साल की उम्र में इतिहास रचना
वैभव सूर्यवंशी ने इस सीजन में राजस्थान रॉयल्स की ओर से डेब्यू करते हुए सबसे कम उम्र में आईपीएल खेलने का रिकॉर्ड बनाया है। उनकी बल्लेबाजी की शैली और धैर्य ने कई विशेषज्ञों को हैरान किया है। पिछले मैच में भी उन्होंने चेन्नई के तेज गेंदबाजों के खिलाफ निडर होकर छक्के जड़े, जिससे साफ झलकता है कि वह बड़े मौकों में भी घबराते नहीं।
फैंस का रिएक्शन: “धोनी का उत्तराधिकारी मिल गया!”
सोशल मीडिया पर फैंस ने इस मुलाकात को “क्रिकेट की विरासत का सिलसिला” बताया। कई यूजर्स ने मजाक में लिखा, “धोनी ने रिटायरमेंट से पहले अपना वारिस चुन लिया!” वहीं, क्रिकेट विश्लेषकों ने वैभव को लेकर सतर्क रवैया अपनाते हुए कहा कि “इतनी कम उम्र में शोहरत के साथ जिम्मेदारी भी आती है। कोचिंग और मेंटल सपोर्ट उनकी प्रतिभा को निखारने में मदद करेगा।”
नई पीढ़ी के लिए एक संदेश

धोनी की सलाह न सिर्फ वैभव, बल्कि हर युवा खिलाड़ी के लिए मार्गदर्शन है। आईपीएल जैसे प्रेशर कुकर में जहां हर पारी पर नजरें टिकी होती हैं, वहां धैर्य और सीखने की भूख ही सफलता की कुंजी है। वैभव और धोनी की यह मुलाकात साबित करती है कि क्रिकेट सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि अनुभव और नवाचार का सुंदर मेल है।

Author: ainewsworld



