केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय के सचिव श्री विभु नायर के नेतृत्व में आज नई दिल्ली के भारत मंडपम में संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। ‘विकसित भारत@2047 – जनजातीय विकास में तेजी: एक सहयोगात्मक वैश्विक साझेदारी’ इस कार्यक्रम का विषय था, जिसका उद्देश्य सेवा वितरण, जनजातीय स्वास्थ्य, जनजातीय शिक्षा, जनजातीय आजीविका, जनजातीय सामाजिक-सांस्कृतिक विरासत और बुनियादी ढांचा जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सेवाओं के विकास को बढ़ावा देते हुए साझेदारी स्थापित करना है।
अपने स्वागत भाषण में, अपर सचिव (जनजातीय मामले) श्रीमती आर. जया ने बैठक के एजेंडे की रूपरेखा तैयार की और जनजातीय मामलों और जनजातीय विकास के क्षेत्र में संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के साथ साझेदारी पर खुशी व्यक्त की।
बैठक के दौरान प्रस्तावित विषयगत रूपरेखा क्षेत्रों में जनजातीय कार्य मंत्रालय और अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों के बीच संभावित सहयोग पर सकारात्मक चर्चा हुई। श्री विभु नायर ने भारत में सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में इन साझेदारियों के महत्व पर प्रकाश डाला और देश के विकास में जनजातीय समुदायों की भूमिका पर जोर दिया।