
लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला ने आज संसदीय क्षेत्र कोटा में 22 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित राजकीय आयुर्वेद, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा एकीकृत महाविद्यालय के नवीन भवन का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यह संस्थान कोटा सहित पूरे क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य और अनुसंधान के क्षेत्र में एक नई दिशा प्रदान करेगा।
उल्लेखनीय यात्रा: चिकित्सालय से महाविद्यालय तक
लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए श्री बिरला ने कहा, “प्रसन्नता है कि हमारे पूर्व सांसद आदरणीय वैद्य दाऊदयाल जोशी जी के नाम से जुड़ा यह संस्थान चिकित्सालय से महाविद्यालय बनने की उल्लेखनीय यात्रा पूरी कर आज वटवृक्ष बन चुका है।” उन्होंने इस संस्थान की स्थापना में योगदान देने वाले सभी लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया।
आयुर्वेद और योग: भारतीय संस्कृति की आत्मा
लोकसभा अध्यक्ष ने इस ऐतिहासिक अवसर पर कहा कि “आयुर्वेद और योग भारतीय संस्कृति की आत्मा हैं, ये केवल चिकित्सा पद्धतियाँ नहीं, बल्कि संतुलित और अनुशासित जीवन का मार्ग हैं।” उन्होंने आगे कहा, “माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में योग आज वैश्विक आंदोलन बन गया है और आयुर्वेद ने विश्व स्तर पर अपनी पहचान स्थापित की है।”
‘सर्वे भवन्तु सुखिनः’ के मंत्र को साकार करेगा संस्थान
श्री बिरला ने विश्वास जताया कि यह संस्थान समग्र स्वास्थ्य और अनुसंधान के क्षेत्र में नई ऊँचाइयाँ छूएगा तथा “सर्वे भवन्तु सुखिनः” के मंत्र को साकार करने में अपना योगदान देगा। उन्होंने इस उपलब्धि के लिए महाविद्यालय परिवार और सभी नागरिकों को हार्दिक बधाई दी।
क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि
यह नया महाविद्यालय भवन कोटा क्षेत्र के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। इससे स्थानीय छात्रों को आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा के क्षेत्र में उच्च शिक्षा के साथ-साथ शोध के नए अवसर उपलब्ध होंगे। इसके साथ ही, क्षेत्रवासियों को एक आधुनिक और एकीकृत स्वास्थ्य सुविधा का लाभ भी मिल सकेगा।
इस कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों, महाविद्यालय परिवार के सदस्यों और बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
Author: ainewsworld
