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भारतीय हॉकी के 100 वर्ष: शताब्दी समारोह की धूम, 550 जिलों में एक साथ होंगे 1400 मैच

नई दिल्ली, 5 नवंबर 2025: केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने सोमवार को भारतीय हॉकी के 100 वर्ष (1925-2025) पूरे होने के उपलक्ष्य में भव्य समारोह की घोषणा की। हॉकी इंडिया के सहयोग से आयोजित होने वाला यह शताब्दी समारोह 7 नवंबर को नई दिल्ली के मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा।

इस ऐतिहासिक आयोजन के साथ ही देश के 550 से अधिक जिलों में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसमें 36,000 से अधिक जमीनी स्तर के खिलाड़ियों की भागीदारी के साथ 1,400 से अधिक हॉकी मैच एक साथ खेले जाएंगे। प्रत्येक जिले में एक पुरुष और एक महिला मैच होगा, जो समानता और समावेश का प्रतीक है।

गौरवशाली विरासत का सफर

यह ऐतिहासिक आयोजन देश की समृद्ध हॉकी विरासत की शताब्दी का स्मरण करेगा। इस अवसर पर देश के गौरव को बढ़ाने वाले दिग्गजों को सम्मानित किया जाएगा और आज भी लाखों लोगों को प्रेरित करने वाली खेल की अटूट भावना का जश्न मनाया जाएगा। भारत ने आठ ओलंपिक स्वर्ण पदक और 13 ओलंपिक पोडियम फिनिश करने का गौरव हासिल किया है।

समारोह सुबह 8:30 बजे शुरू होगा और भारतीय हॉकी के गौरवशाली सफर को दर्शाने वाले कई विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। केंद्रीय मंत्री एकादश और हॉकी इंडिया की मिश्रित एकादश (पुरुष एवं महिला) के बीच 30 मिनट का प्रदर्शनी मैच खेला जाएगा। लैंगिक समानता, टीम वर्क और समावेशिता को उजागर करते हुए इस मैच में पुरुष और महिला दोनों राष्ट्रीय टीमों के शीर्ष खिलाड़ी भाग लेंगे।

मांडविया ने कहा- हॉकी सिर्फ खेल नहीं, हमारी पहचान

डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा, “भारत हॉकी के 100 साल पूरे होने का उत्सव मना रहा है, और यह गौरव, दृढ़ता और राष्ट्रीय गौरव से भरी एक शताब्दी का सम्मान हैं। यह देश को सम्मान दिलाने वाले हमारे नायकों को याद करने और आगे बढ़ते हुए उनकी यात्रा से प्रेरणा लेने का अवसर है।”

“हॉकी भारत के लिए सिर्फ़ एक खेल नहीं बल्कि उससे कहीं बढ़कर है – यह हमारी पहचान और सामूहिक भावना का हिस्सा है। 550 से ज़्यादा ज़िलों में होने वाले ये समारोह न सिर्फ़ हमारी विरासत को उजागर करेंगे, बल्कि भारतीय हॉकी की कहानी को देश के कोने-कोने तक लेकर जाएंगे। इससे युवा लड़के-लड़कियों को हॉकी स्टिक थामने और पूरे जुनून के साथ खेलने की प्रेरणा मिलेगी।”

उन्होंने आगे कहा, “सरकार देश के खेल इको-सिस्टम को निवेश बढ़ाकर आधुनिक बुनियादी ढांचे और संस्थागत सुधारों के माध्यम से मज़बूत करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। हमारा दृष्टिकोण स्पष्ट है – 2036 तक भारत को दुनिया के शीर्ष खेल राष्ट्रों में से एक बनाना और प्रत्येक खेल में लगातार उच्चतम स्तर का प्रदर्शन करना।”

हालिया सफलताओं ने बढ़ाया मनोबल

भारतीय हॉकी का वर्तमान दौर भी काफी उत्साहजनक रहा है। हाल ही में एशिया कप हॉकी 2025 में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने चीन को सुपर-4 मुकाबले में 7-0 से हराया था । इसके बाद फाइनल में भारत ने कोरिया को 4-1 से पराजित कर आठ साल बाद एशिया कप का खिताब अपने नाम किया ।

इस जीत के साथ ही भारतीय टीम ने 2026 हॉकी वर्ल्ड कप का टिकट भी हासिल कर लिया। इस शानदार उपलब्धि पर बिहार सरकार ने टीम को 2.5 करोड़ रुपये के पुरस्कार से सम्मानित किया । इससे पहले हॉकी इंडिया ने भी एशिया कप जीतने पर प्रत्येक खिलाड़ी को तीन-तीन लाख रुपये देने की घोषणा की थी ।

विशेष आयोजनों की रूपरेखा

· फोटो प्रदर्शनी: मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम में एक बड़े पैमाने पर फोटो प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी, जिसमें 1928 के एम्स्टर्डम खेलों से लेकर वर्तमान हॉकी के स्वरूप तक की दुर्लभ अभिलेखीय तस्वीरें, यादगार वस्तुएं और ओलंपिक घटनाओं के चित्र प्रदर्शित किए जाएंगे।
· शताब्दी ग्रंथ का विमोचन: शताब्दी वर्ष के अवसर पर आधिकारिक स्मारक संस्करण “भारतीय हॉकी के 100 वर्ष” का विमोचन होगा। यह प्रकाशन भारतीय हॉकी की उल्लेखनीय यात्रा – विजय, चुनौतियों और पुनरुत्थान का वर्णन करेगा।
· दिग्गजों का सम्मान: समारोह में विभिन्न पीढ़ियों के हॉकी दिग्गजों को सम्मानित किया जाएगा, और भारत को दुनिया के सबसे सफल हॉकी राष्ट्र के रूप में स्थापित करने में उनके योगदान को मान्यता दी जाएगी।

हॉकी इंडिया के अध्यक्ष ने जताई खुशी

हॉकी इंडिया के अध्यक्ष डॉ. दिलीप तिर्की ने कहा, “भारतीय हॉकी के 100 साल पूरे होने का जश्न हम सभी के लिए बेहद भावुक और गर्व का क्षण है। यह उपलब्धि हमारे गौरवशाली अतीत का सम्मान करती है और साथ ही इस विरासत को आगे बढ़ाने के लिए नई पीढ़ी को प्रेरित करती है।”

“भारतीय हॉकी ने हमेशा लचीलापन, एकता और उत्कृष्टता की भावना का प्रतिनिधित्व किया है। इस शताब्दी समारोह में, हमारा ध्यान खेल को जमीनी स्तर से मज़बूत करने, पुरुषों और महिलाओं दोनों को समान रूप से सशक्त बनाने और अपनी टीमों को एक बार फिर विश्व हॉकी के शिखर पर पहुंचने के लिए तैयार करने पर है।”

हॉकी इंडिया के महासचिव श्री भोला नाथ सिंह ने कहा, “इस ऐतिहासिक उपलब्धि के अवसर पर, मुझे यह देखकर बहुत गर्व हो रहा है कि हॉकी इंडिया एक पारदर्शी, जवाबदेह और दूरदर्शी संगठन के रूप में विकसित हुआ है।”

सरकारी समर्थन जारी

हॉकी, सरकार की योजनाओं में प्राथमिकता वाले खेलों में से एक है। पुरुष और महिला हॉकी सरकार की प्रमुख योजनाओं – टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (टीओपीएस) और टारगेट एशियन गेम्स ग्रुप (टीएजीजी) में शामिल हैं। इन योजनाओं के तहत, राष्ट्रीय टीमों को प्रत्येक ओलंपिक चक्र में प्रशिक्षण, प्रतियोगिताओं, प्रदर्शन यात्राओं और भत्तों सहित अन्य सुविधाओं के लिए धन राशि मिलती है।

महिलाओं में हॉकी के प्रचार-प्रसार के लिए, खेल मंत्रालय देश भर में जूनियर और सब-जूनियर स्तर पर अस्मिता हॉकी लीग का आयोजन करता है।

यह शताब्दी समारोह न केवल भारतीय हॉकी के गौरवशाली अतीत को श्रद्धांजलि है, बल्कि एक नए युग की शुरुआत का भी प्रतीक है, जहां भारत एक बार फिर से विश्व हॉकी में अपना वर्चस्व स्थापित करने के लिए तैयार है।

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Author: ainewsworld

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