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कोल इंडिया ने रचा इतिहास: 50 वर्षों की गौरवशाली यात्रा के बाद 51वें वर्ष में दर्ज कदम

देश की ऊर्जा सुरक्षा की रीढ़ कही जाने वाली महारत्न कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) ने शुक्रवार, 1 नवंबर, 2025 को अपनी स्थापना के 50 वर्ष पूरे कर एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की और अपने संचालन के 51वें वर्ष में प्रवेश किया। कोलकाता स्थित कंपनी मुख्यालय में आयोजित भव्य स्वर्ण जयंती समारोह को केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री श्री जी किशन रेड्डी ने वर्चुअल माध्यम से संबोधित किया।

‘कोल वॉरियर्स’ के संकल्प को मिली सलामी

समारोह को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री श्री जी किशन रेड्डी ने पूरे कोल इंडिया परिवार को उनके 51वें स्थापना दिवस की बधाई दी। उन्होंने देश के कोयला श्रमिकों को ‘कोल वॉरियर्स’ और कोल इंडिया को ‘भारत की एनर्जी लाइफलाइन’ करार देते हुए कहा कि राष्ट्र की ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने में कंपनी की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।

श्री रेड्डी ने कहा, “पिछले पांच दशकों में कोल इंडिया ने मैनुअल खनन से स्वचालन-संचालित परिचालन में तब्दील होकर एक ‘ऊर्जा नवप्रवर्तक’ का रूप ले लिया है। ऊर्जा परिवर्तन के इस दौर में आने वाला दशक अत्यंत महत्वपूर्ण होगा, इसलिए निरंतर नवाचार और तकनीकी प्रगति पर ध्यान देना होगा।”

विविधीकरण है भविष्य की राह

मंत्री श्री रेड्डी ने कोल इंडिया के भविष्य के विकास की आधारशिला के रूप में विविधीकरण पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कोयला निर्भरता को कम करने, सर्वोत्तम गुणवत्ता वाले कोयले की आपूर्ति जारी रखने, कर्मचारियों को बेहतरीन सुविधाएं प्रदान करने और सीएसआर ( cooperate social responsibility) के जरिए समावेशी विकास सुनिश्चित करने का आह्वान किया।

कोल एटलस और नई परियोजनाओं का हुआ लोकार्पण

इस ऐतिहासिक अवसर पर मंत्री श्री रेड्डी ने कोल इंडिया की सहायक कंपनी सीएमपीडीआई द्वारा तैयार किए गए ‘कोल एटलस’ का विमोचन किया। यह एटलस भारतीय कोयला क्षेत्रों में उच्च-सटीक भूवैज्ञानिक मानचित्रण, नवीनतम राष्ट्रीय संसाधन अनुमान और कोयले की गुणवत्ता पर संपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराएगा, जो नीति निर्माताओं और उद्योग जगत के लिए अत्यंत उपयोगी साबित होगा।

समारोह के दौरान मंत्री महोदय ने कोल इंडिया की एक अन्य सहायक कंपनी ईसीएल की गोपीनाथपुर और चिनाकुरी एमडीओ परियोजनाओं का भी शुभारंभ किया। इन परियोजनाओं को राजस्व साझाकरण मॉडल के तहत विकसित एवं संचालित किया जाएगा। साथ ही, ईसीएल के एकीकृत नियंत्रण और कमान केंद्र (आईसीसीसी) का भी उद्घाटन किया गया, जो एआई-सक्षम सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से परिचालन, सुरक्षा और निगरानी गतिविधियों की वास्तविक समय में निगरानी करेगा।

अतीत का गौरव, भविष्य की आशा

इस अवसर पर कोयला मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव और सीआईएल के अध्यक्ष श्री सनोज कुमार झा ने कंपनी की गौरवशाली विरासत और उज्ज्वल भविष्य की संभावनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कंपनी वर्तमान में मशीनीकृत संचालन के माध्यम से देश की लगभग 55% ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा कर रही है।

श्री झा ने जोर देकर कहा, “जैसे-जैसे दुनिया विकसित हो रही है, कोल इंडिया को भारत की बढ़ती अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए नवीकरणीय ऊर्जा, कोयला गैसीकरण और महत्वपूर्ण खनिजों जैसे क्षेत्रों में विविधता लाकर अपने व्यवसाय मॉडल को और उन्नत करना होगा।”

कार्यक्रम के दौरान वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान विभिन्न परिचालन क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए कॉरपोरेट पुरस्कार भी प्रदान किए गए। इस ऐतिहासिक समारोह में कोयला मंत्रालय और कोल इंडिया के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया, जिसने न केवल अतीत की उपलब्धियों का जश्न मनाया, बल्कि एक सतत और ऊर्जा-सुरक्षित भारत के निर्माण के प्रति कंपनी के दृढ़ संकल्प को भी रेखांकित किया।

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Author: ainewsworld

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