
न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के अंतर्गत दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग (डीईपीडब्ल्यूडी) ने राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर ‘लौह पुरुष’ सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती को एक असाधारण उत्सव में बदल दिया। देश भर के डीईपीडब्ल्यूडी संस्थानों में आयोजित “एकता दौड़” कार्यक्रमों, शपथ समारोहों और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की एक श्रृंखला ने हजारों दिव्यांग व्यक्तियों, छात्रों, शिक्षकों और अधिकारियों को एक सूत्र में बांधकर “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” की भावना को साकार किया।
राष्ट्रीय एकता की अविरल दौड़
देश के कोने-कोने में डीईपीडब्ल्यूडी संस्थानों ने अत्यधिक उत्साह और देशभक्ति के साथ “रन फॉर यूनिटी” कार्यक्रमों का आयोजन किया, जिसमें सामूहिक सहभागिता और राष्ट्रीय गौरव का अद्भुत दृश्य देखने को मिला।
· राजधानी में उत्साह: नई दिल्ली स्थित पी.डी.यू.एन.आई.पी.पी.डी ने 300 से अधिक प्रतिभागियों के साथ राजघाट से लाल किले तक एक स्फूर्तिदायक दौड़ का आयोजन किया। वहीं, आई.एस.एल.आर.टी.सी ने एकता शपथ और श्रद्धांजलि समारोह के साथ इस ऐतिहासिक दिवस को मनाया।
· पूर्वी भारत की ऊर्जा: ओडिशा के बलांगीर में, सी.आर.सी ने एक जोशीली एकता दौड़ और रैली का आयोजन किया, जहाँ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री एस.एन. मलिक ने प्रतिभागियों को सरदार पटेल के आदर्शों को आत्मसात करने के लिए प्रेरित किया।
· पश्चिमी क्षेत्र का जुनून: ओलाटपुर स्थित एस.वी.एन.आई.आर.टी.ए.आर में दिव्यांगजनों और उनके देखभाल करने वालों सहित 700 से अधिक लोगों ने दौड़ में हिस्सा लेकर समावेशिता और एकजुटता का शानदार उदाहरण पेश किया।
· दक्षिण से गूंजती एकता: सिकंदराबाद के एन.आई.ई.पी.आई.डी में बच्चों, अभिभावकों और कर्मचारियों ने एकता दौड़ के साथ-साथ पोस्टर-निर्माण और नारा-लेखन जैसी रचनात्मक गतिविधियों के माध्यम से उत्सव मनाया। दावणगेरे के सी.आर.सी में 250 से अधिक प्रतिभागियों ने राष्ट्रीय ध्वज लहराते हुए “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” और “आत्मनिर्भर भारत” के नारों से गूंज पैदा कर दी।
एक सूत्र में बंधा भारत: क्षेत्रीय सी.आर.सी की सक्रिय भागीदारी
देश के विभिन्न हिस्सों में स्थित क्षेत्रीय पुनर्वास केंद्रों (सी.आर.सी) ने भी इस राष्ट्रीय उत्सव में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। रांची, गोरखपुर, त्रिपुरा, सुंदरनगर और छतरपुर जैसे शहरों ने एकता दौड़, जागरूकता रैलियों, कला प्रतियोगिताओं और सामूहिक शपथ समारोहों के जरिए सरदार पटेल के सपने को सच्ची श्रद्धांजलि दी। गोरखपुर में, स्थानीय आई.एम.ए और डी.डी.आर.सी के सहयोग से सरदार पटेल प्रतिमा तक एक विशेष दौड़ का आयोजन किया गया।
केंद्र में एकता का संकल्प
नई दिल्ली स्थित दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के मुख्यालय में सचिव श्री राजेश अग्रवाल और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने सरदार वल्लभभाई पटेल के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर, श्री अग्रवाल ने पटेल के दूरदर्शी नेतृत्व और राष्ट्र-निर्माण में उनके अमूल्य योगदान को याद किया। उन्होंने सभी उपस्थित लोगों के साथ राष्ट्रीय एकता की शपथ लेकर देश की अखंडता और एकता को बनाए रखने की प्रतिबद्धता को दोहराया।
समावेशिता का संदेश
यह आयोजन इसलिए भी विशेष रहा क्योंकि इसने दिव्यांग समुदाय को राष्ट्र निर्माण की मुख्यधारा में सक्रिय भागीदार के रूप में स्थापित किया। देशभर के कार्यक्रमों में दिव्यांग बच्चों और वयस्कों की उत्साहपूर्ण भागीदारी ने एक सशक्त, समावेशी और आत्मनिर्भर भारत के संदेश को मजबूती से प्रसारित किया। इस event ने न केवल सरदार पटेल के सपनों को सच्ची श्रद्धांजलि दी, बल्कि यह भी प्रमाणित किया कि भारत की एकता उसकी विविधता और सामूहिक भागीदारी में निहित है।
Author: ainewsworld
