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“देश के 75 कैंपस में गूंजी ‘विकसित भारत’ की आवाज, युवाओं को मिली नई प्रेरणा

नई दिल्ली, 28 सितंबर 2025: युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के तहत देश भर के 75 शैक्षणिक संस्थानों में आयोजित की जा रही विकसित भारत युवा कनेक्ट पहल ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए 50 कैंपस का आंकड़ा पार कर लिया है। इस कार्यक्रम के सत्र 17 सितंबर 2025 से देश भर के 55 से अधिक विश्वविद्यालयों में सफलतापूर्वक आयोजित किए जा चुके हैं .

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन के उपलक्ष्य में आयोजित राष्ट्रव्यापी सेवा पखवाड़ा के अंतर्गत, विकसित भारत युवा कनेक्ट सेवा पखवाड़ा संस्करण 17 सितंबर से 2 अक्टूबर 2025 तक आयोजित किया जा रहा है। यह कार्यक्रम 75 विश्वविद्यालयों में 75 स्थानों पर आयोजित किया जा रहा है, जहाँ प्रत्येक स्थान का चयन प्रधानमंत्री के जीवन और उपलब्धियों से जुड़े होने के आधार पर किया गया है .

कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएं

विकसित भारत युवा कनेक्ट कार्यक्रम की मुख्य विशेषताओं में शामिल हैं :

· युवा आइकनों का नेतृत्व: इन 75 युवा आइकन में विकसित भारत युवा नेता संवाद (वीबीवाईएलडी) 2025 के राज्य स्तरीय चैंपियन, विकसित भारत युवा संसद के विजेता, राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) पुरस्कार विजेता और राष्ट्रीय युवा पुरस्कार विजेता शामिल हैं जो अपने-अपने विश्वविद्यालयों में सत्रों का नेतृत्व कर रहे हैं।
· विकास गाथा का प्रदर्शन: चयनित शैक्षणिक संस्थानों में प्रस्तुतियाँ दी जा रही हैं जिनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के परिवर्तनकारी नेतृत्व में पिछले 11 वर्षों में भारत की विकास गाथा और उपलब्धियों को प्रदर्शित किया जा रहा है साथ ही विकसित भारत@2047 के विजन के बारे में बताया जा रहा है।
· युवा संवाद: “युवा संवाद” चर्चा सत्र आयोजित किए जा रहे हैं जिनमें युवा प्रतिभागियों को प्रश्न पूछने और अपने सुझाव साझा करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
· सीधी भागीदारी: दर्शकों में 15-25 वर्ष की आयु के युवा शामिल हैं जो नीति निर्माताओं, जन प्रतिनिधियों और युवा नेताओं के साथ सीधे जुड़ रहे हैं।

विकसित भारत @2047 का दृष्टिकोण

यह पहल भारत सरकार के विकसित भारत @2047 के विजन को आगे बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में स्पष्ट किया था कि “भारत 2047 तक विकसित होने के लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है और अब हमें किसी भी देश पर निर्भर रहना मंजूर नहीं है” . इसी संदर्भ में, आत्मनिर्भर भारत अभियान को विकसित भारत की नींव बताया गया है .

79वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने विकसित भारत 2047 के लिए एक साहसिक रोडमैप तैयार किया था, जिसमें आत्मनिर्भरता, नवाचार और नागरिक सशक्तिकरण पर ज़ोर दिया गया था . उन्होंने दूसरे देशों पर निर्भर राष्ट्र से लेकर विश्व स्तर पर आत्मविश्वासी, तकनीकी रूप से उन्नत और आर्थिक रूप से सुदृढ़ देश बनने तक की भारत की यात्रा पर प्रकाश डाला था .

देशभर में फैला कार्यक्रम

विकसित भारत युवा कनेक्ट के सत्र देश के विभिन्न कोनों में आयोजित किए जा रहे हैं। कुछ प्रमुख शैक्षणिक संस्थान जहाँ ये सत्र आयोजित किए गए हैं, उनमें गुजरात में बिरसा मुंडा जनजातीय विश्वविद्यालय, पश्चिम बंगाल में स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय, तमिलनाडु में भारतीय समुद्री विश्वविद्यालय, मणिपुर में धनमंजुरी विश्वविद्यालय, कारगिल, लद्दाख में सरकारी डिग्री कॉलेज और अजमेर, राजस्थान में सोफिया गर्ल्स कॉलेज शामिल हैं .

व्यापक और समावेशी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए ग्रामीण, शहरी और आदिवासी शैक्षणिक संस्थानों का एक अच्छा मिश्रण चुना गया है .

युवाओं को समर्पित

इस पहल का उद्देश्य युवाओं को सशक्त बनाना, उन्हें राष्ट्र के विकास के रोडमैप से जोड़ना और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की प्रगति यात्रा से परिचित कराना है। यह उन्हें 2047 तक आत्मनिर्भर और विकसित भारत के निर्माण में सक्रिय योगदान देने के लिए प्रेरित भी करेगा .

प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों के सक्रिय सहयोग से भारत को 2047 तक विकसित बनाने के अपनी सरकार के इरादे को स्पष्ट किया है . बेंगलुरु में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने विकास की ओर भारत की यात्रा के लिए स्थापित मानदंडों का उल्लेख करते हुए कहा था कि यह यात्रा तब शुरू हुई जब 2014 से पहले भारत दुनिया के दस सबसे कमज़ोर देशों में से एक था, लेकिन अब भारतीय अर्थव्यवस्था पाँचवीं सबसे बड़ी और सबसे तेज़ी से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है .

विकसित भारत युवा कनेक्ट कार्यक्रम इसी दिशा में युवाओं को प्रेरित करने और उन्हें देश के विकास यात्रा से जोड़ने की एक महत्वाकांक्षी पहल है जो देशभर के युवाओं में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार कर रही है।

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Author: ainewsworld

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