बूंदी। ऐतिहासिक धरोहरों की नगरी बूंदी आधुनिक विकास की नई गाथा लिखने को तैयार है। लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला ने आज यहां 123 करोड़ रुपये लागत की विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं में पेयजल योजनाओं से लेकर सड़कों, पुलियाओं, सामुदायिक भवनों और कक्षा-कक्षों जैसी मूलभूत सुविधाओं का निर्माण शामिल है।
विकास की मजबूत नींव
श्री बिरला ने कहा कि ये कार्य केवल निर्माण नहीं, बल्कि बूंदी के उज्ज्वल भविष्य की मजबूत नींव हैं। उन्होंने कहा, “माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का संकल्प है कि विकास का लाभ समाज के अंतिम छोर तक पहुंचे। बूंदी में शुरू हुई ये परियोजनाएं उसी संकल्प को साकार करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं।”
पेयजल परियोजनाओं को मिली गति
इन परियोजनाओं में पेयजल आपूर्ति को सुदृढ़ बनाने पर विशेष जोर दिया गया है:
· अमृत 2.0 योजना के अंतर्गत 34.34 करोड़ रुपये की लागत से बूंदी शहर में पेयजल व्यवस्था को मजबूत किया जाएगा।
· 28 करोड़ रुपये की क्लस्टर डिस्ट्रीब्यूशन चम्बल-बूंदी पेयजल परियोजना से तालेड़ा सहित जिले के अनेक गांवों और ढाणियों में हर घर तक स्वच्छ पेयजल पहुंचेगा ।
विरासत और विकास का अद्भुत संगम
लोकसभा अध्यक्ष ने जोर देकर कहा कि “विकास और सांस्कृतिक धरोहर का संगम मिलकर बूंदी को नई पहचान और नई दिशा प्रदान करेगा।” यह टिप्पणी बूंदी के संदर्भ में विशेष रूप से प्रासंगिक है, जो अपने ऐतिहासिक स्थलों जैसे तारागढ़ किला और रानी जी की बावड़ी के लिए प्रसिद्ध है ।
पर्यटन को बल देगा विकास
बूंदी को पर्यटन के क्षेत्र में एक नई पहचान दिलाने के प्रयासों के तहत हाल ही में 8.15 करोड़ रुपये की लागत से पुनर्विकसित बूंदी रेलवे स्टेशन का भी लोकार्पण किया गया था 。 इस आधुनिक स्टेशन में यात्रियों की सुविधा के लिए भव्य प्रवेश द्वार, आधुनिक प्रतीक्षालय और दिव्यांग-अनुकूल सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। इससे न केवल यात्रियों को लाभ होगा, बल्कि क्षेत्रीय पर्यटन को भी बल मिलेगा।
श्री बिरला ने कहा कि बीते वर्षों में कोटा-बूंदी क्षेत्र की रेल कनेक्टिविटी में काफी सुधार आया है और नई ट्रेन सेवाओं के संचालन से आवागमन आसान हुआ है। उन्होंने कहा कि “बूंदी आज एक नई पहचान की ओर अग्रसर है… विरासत के साथ विकास, इसी संकल्प के साथ बूंदी को संवारने का हमारा लक्ष्य है।”
आज का दिन बूंदी के नवनिर्माण के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय के रूप में दर्ज होगा। इन विकास परियोजनाओं के पूरा होने के बाद इस ऐतिहासिक नगरी का परिदृश्य ही बदल जाएगा और यह क्षेत्र समृद्धि की नई इबारत लिखेगा।

Author: ainewsworld



