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कोटा में हुआ गोपाल क्रेडिट कार्ड का महा ऋण वितरण, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा- ‘सहकारिता गाँव-गाँव ला रही बदलाव’

अध्यक्ष श्री ओम बिरला ने आज यहाँ संसदीय क्षेत्र कोटा में आयोजित गोपाल क्रेडिट कार्ड महा ऋण वितरण कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सहकारिता आंदोलन किसानों, श्रमिकों, महिलाओं और युवाओं के जीवन में बड़ा बदलाव ला रहा है और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह आंदोलन नई ऊँचाइयों तक पहुँचा है।
लोकसभा अध्यक्ष ने जोर देकर कहा कि सहकारिता आंदोलन केवल आर्थिक परिवर्तन का ही नहीं, बल्कि सामाजिक परिवर्तन का भी माध्यम बन गया है। “यह आवश्यक है कि हर गाँव की महिला आत्मनिर्भर बने, हर किसान को उसकी उपज का उचित मूल्य मिले और हर बच्चा स्वस्थ और सुरक्षित भविष्य पाए,” उन्होंने कहा .

गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना: एक क्रांतिकारी पहल

गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना की विशेषताएँ :

विशेषता विवरण
ऋण राशि ₹1 लाख तक का अल्पकालिक ऋण
ब्याज दर शून्य प्रतिशत (समय पर भुगतान करने पर)
ऋण का उपयोग चारा, दवाइयाँ, शेड निर्माण, उपकरण खरीद
लक्ष्य 5 लाख पशुपालक परिवारों को जोड़ना

योजना के तहत पशुपालकों को ₹1 लाख तक का ब्याज-मुक्त ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है, जिसका उपयोग वे पशुओं के लिए चारा, दवाइयाँ, शेड निर्माण और आवश्यक उपकरण खरीदने के लिए कर सकते हैं। 2025-26 के बजट में इस योजना के विस्तार के लिए 150 करोड़ रुपये का अनुदान प्रस्तावित किया गया है .

महिला सशक्तिकरण: सहकारिता आंदोलन की सफलता की कुंजी

श्री बिरला ने विशेष रूप से कोटा-बूंदी क्षेत्र की महिलाओं की सराहना करते हुए कहा कि हजारों महिलाएँ सहकारिता से जुड़कर आत्मनिर्भर हो रही हैं। डेयरी क्षेत्र में 20 हजार से अधिक महिलाएँ सक्रिय हैं और प्रतिदिन एक लाख लीटर से अधिक दूध का संग्रहण हो रहा है .

“डेयरी से लेकर विभिन्न उत्पादों के निर्माण तक महिलाएँ सक्रिय भूमिका निभा रही हैं,” उन्होंने कहा। “यही नारी सशक्तिकरण है जो राष्ट्र सशक्तिकरण की ओर ले जाता है” .

भविष्य की योजनाएँ: डेयरी विकास और प्रोसेसिंग प्लांट

श्री बिरला ने भविष्य की योजनाओं की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए कहा कि आने वाले समय में केवल दूध ही नहीं, बल्कि सब्जियों और अन्य उत्पादों को भी सहकारिता मॉडल से जोड़ा जाएगा। मदर डेयरी जैसे संस्थानों से जुड़कर यहाँ प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित होंगे, जिससे किसानों और महिलाओं को बेहतर मूल्य मिलेगा .

उन्होंने कहा कि दिल्ली-मुंबई कॉरिडोर कोटा-बूंदी क्षेत्र के लिए अपार संभावनाएँ लेकर आया है। यहाँ की सब्जियाँ और कृषि उत्पाद कुछ ही घंटों में बड़े बाजारों तक पहुँचेंगे, जिससे किसानों को सीधा लाभ मिलेगा .

निष्कर्ष: आत्मनिर्भर भारत की ओर बढ़ते कदम

लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला के कोटा प्रवास ने सहकारिता आंदोलन और ग्रामीण विकास के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को फिर से रेखांकित किया है। गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना जैसी पहलों से पशुपालकों और किसानों को मिल रही वित्तीय सहायता न केवल उनके जीवन स्तर में सुधार ला रही है, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूत कर रही है।

जैसा कि श्री बिरला ने कहा, “यही सहकारिता की असली ताकत है, जो गाँव-गाँव तक बदलाव ला रही है और लोगों को नई दिशा दे रही है” . कोटा-बूंदी क्षेत्र में सहकारिता आंदोलन की सफलता आत्मनिर्भर भारत के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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Author: ainewsworld

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