लखनऊ। भारत को 2047 तक विश्व की कौशल राजधानी बनाने के साझा मिशन के तहत लखनऊ में ‘कौशल महोत्सव 2025’ का आयोजन किया जाएगा। यह दो दिवसीय महोत्सव युवाओं को प्रत्यक्ष रोजगार, प्रशिक्षण और अपरेंटिसशिप के विविध अवसर प्रदान करेगा।
यह महोत्सव कक्षा 10 उत्तीर्ण छात्रों से लेकर पोस्टग्रेजुएट तक के युवाओं के लिए समावेशी रहेगा। यहाँ पर उम्मीदवारों को ₹13,000 से ₹25,000 प्रति माह या उससे अधिक के वेतन पैकेज वाली नौकरियों के प्रस्ताव मिलेंगे, जिससे वे अपने कौशल और आकांक्षाओं के अनुसार चयन कर सकेंगे।
महोत्सव का एक मुख्य आकर्षण ‘स्पेशल इंटरएक्टिव ज़ोन’ होगा, जहाँ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा एनालिटिक्स, ड्रोन टेक्नोलॉजी, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और साइबर सिक्योरिटी जैसे उभरते क्षेत्रों में भविष्य की नौकरी के अवसरों को प्रदर्शित किया जाएगा। साथ ही, इसी कार्यक्रम के दौरान इंडिया स्किल्स 2025 प्रतियोगिता के पंजीकरण की भी शुरुआत होगी, जो युवाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका देगी।
उत्तर प्रदेश ने कौशल विकास में एक अग्रणी राज्य के रूप में अपनी पहचान बनाई है। रिपोर्ट्स के अनुसार, वर्ष 2018-19 से अगस्त 2025 तक राज्य के 3.21 लाख से अधिक युवाओं को अपरेंटिसशिप का लाभ मिल चुका है।
यह महोत्सव स्थानीय उद्योगों, विशेष रूप से ओडीओपी, MSME क्लस्टर, और सेमीकंडक्टर जैसे उच्च-तकनीकी क्षेत्रों के साथ युवाओं को जोड़कर रोजगार के नए रास्ते खोलेगा।
इस पहल को कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय का समर्थन प्राप्त है। यह महोत्सव नौकरी मेले से कहीं आगे है; यह एक ऐसा मंच है जो देश के युवाओं को सशक्त बनाकर विकसित भारत @2047 के विजन को साकार करने में सीधा योगदान देगा।

Author: ainewsworld



