AI News World India

संगम में आस्था की गंगा, महाकुंभ 2025 में सुरक्षा और सुविधाओं का विशेष ख्याल

महाकुंभ 2025 की भारी भीड़ को सुचारू रूप से प्रबंधित करने के लिए भारतीय रेलवे पूरी क्षमता के साथ जुटा हुआ है। 9 फरवरी को लगभग 330 ट्रेनों ने 12.5 लाख तीर्थयात्रियों को प्रयागराज पहुंचाया, जबकि 10 फरवरी को दोपहर 3 बजे तक 130 और ट्रेनों ने यात्रियों को लेकर प्रस्थान किया। 12 फरवरी 2025 को होने वाले अमृत स्नान की तैयारियों की अधिकारियों और केंद्रीय मंत्रियों द्वारा समीक्षा की गई है। प्रयागराज जंक्शन सहित सभी आठ स्टेशन पूरी तरह से सक्रिय हैं, हालांकि भीड़ प्रबंधन के लिए प्रमुख स्नान तिथियों के दौरान प्रयागराज संगम स्टेशन को अस्थायी रूप से बंद रखा गया है।

राज्य सरकार ने विभिन्न एजेंसियों के सहयोग से एक बहुस्तरीय सुरक्षा और निगरानी प्रणाली लागू की है। एआई-संचालित सीसीटीवी कैमरों, ड्रोन निगरानी और रियल-टाइम विश्लेषण के नेटवर्क के जरिए तीर्थयात्रियों की सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित की जा रही है। इसके अलावा, भीड़भाड़ को कम करने के लिए स्नान घाटों तक पहुंच को सुव्यवस्थित करने हेतु एक डिजिटल टोकन प्रणाली भी शुरू की गई है। वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांग श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं, ताकि महाकुंभ सभी के लिए एक समावेशी आध्यात्मिक अनुभव बन सके।

महाकुंभ 2025 के ऐतिहासिक महत्व को और भी यादगार बनाते हुए, भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने 10 फरवरी 2025 को इस धार्मिक उत्सव में भाग लिया। उन्होंने त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाई, जिससे इस आयोजन के आध्यात्मिक महत्व को शासन के उच्चतम स्तर पर मजबूती मिली। राष्ट्रपति ने प्रमुख धार्मिक स्थलों पर श्रद्धांजलि अर्पित की और संतों तथा भक्तों के साथ बातचीत की। राष्ट्रपति मुर्मू के अलावा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित कई केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री और राज्यपाल भी संगम में डुबकी लगा चुके हैं। बॉलीवुड और भारतीय खेल जगत की मशहूर हस्तियों ने भी धार्मिक अनुष्ठानों और सार्वजनिक चर्चाओं में हिस्सा लेकर इस आयोजन की गरिमा को बढ़ाया है। पूज्य संतों और आध्यात्मिक गुरुओं की उपस्थिति ने महाकुंभ की पवित्रता और भव्यता को और अधिक बढ़ा दिया है।

ainewsworld
Author: ainewsworld

यह भी पढ़ें

टॉप स्टोरीज