भारतीय तट रक्षक (आईसीजी) ने मुंबई से 83 नॉटिकल माइलउत्तर पश्चिम में डीजल की तस्करी में लिप्त मछली पकड़ने वाली एक भारतीय नौका को अनधिकृत नकदी राशि ले जाते हुए पकड़ा है। सीमा शुल्क से मिली हुई सूचना के आधार परभारतीय तट रक्षक क्षेत्रीय मुख्यालय (पश्चिम) ने एक ऑपरेशन शुरू किया।इस ऑपरेशन में महाराष्ट्र तट से दूर अपतटीय विकास क्षेत्रों सहित 200 वर्ग मील के क्षेत्र में मछली पकड़ने और व्यापारिक यातायात के बीच रात्रिकालीन चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में लगातार खोजबीन की गई।
15 अप्रैल, 2024 की रात में भारतीय तट रक्षकोंने अपनीदो फास्ट पैट्रोल नौकाओं और एक इंटरसेप्टर नौका द्वारा किये गए एक खोजबीन समन्वित अभियान मेंइस संदिग्ध नाव का पता लगाया गया और वे उसमें सवार हो गए। प्रारंभिक जांच से पता चला कि यह नावपांच चालक दल के साथ14 अप्रैल, 2024,को मांडवा बंदरगाह से डीजल की तस्करी के इरादे से संदिग्ध भारतीय अपतटीय आपूर्ति जहाजों (ओएसवी) के साथ मुलाकात करने के लिए रवाना हुई थी। यह पता चला कि यह नाव 20,000 लीटर तक ईंधन भंडारण के लिए बनाए गए संशोधित होल्ड के साथ झूठी/विविध पहचान के साथ संचालन कर रही थी। इस संदिग्ध नाव पर उपलब्ध डेटा के परस्पर संबंध से इस नौका के पंजीकरण में कई विसंगतियों का भी पता चला है। इस ऑपरेशन में 11.46 लाख रुपये की राशि ले जाने का भी खुलासा हुआ, जो तस्करी किए जाने वाले डीजल के बदले में अपतटीय क्षेत्रों से संचालित होने वाले कुछ भारतीय ओएसवी को दी जानी थी।
17 अप्रैल, 2024 की सुबह इस जहाज को मुंबई बंदरगाह में लाया गया। संबंधित एजेंसियों-राजस्व खुफिया निदेशालय, सीमा शुल्क और राज्य पुलिस इनके संपर्कों का पता लगाने और आगे की कानूनी कार्रवाइयों के लिए संयुक्त रूप से जांच कर रही है।