हरियाणा के मानेसर स्थित इंटरनेशनल सेंटर फॉर ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी (आईसीएटी) ने ऑटोमोबिल और ऑटो कंपोनेंट्स के लिए भारी उद्योग मंत्रालय (एमएचआई) की उत्पादन संबद्ध प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के तहत मेसर्स ओला इलेक्ट्रिक टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड को अपना पहला पीएलआई-ऑटोमोटिव सर्टिफिकेट प्रदान किया है। आईसीएटी, भारत सरकार के भारी उद्योग मंत्रालय (एमएचआई) के अधीन राष्ट्रीय ऑटोमोटिव बोर्ड (एनएबी) के प्रभागों में से एक है।
मंत्रालय के अपर सचिव डॉ. हनीफ कुरैशी ने ओला इलेक्ट्रिक के इंजीनियरिंग प्रमुख और वरिष्ठ वीपी डॉ. एसजे धीनगर को यह प्रमाणपत्र सौंपा। इस अवसर पर आईसीएटी के निदेशक श्री सौरभ दलेला और भारी उद्योग मंत्रालय, आईसीएटी व मेसर्स ओला इलेक्ट्रिक के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
मेसर्स ओला इलेक्ट्रिक की बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन- 2डब्ल्यू [ओला एस1 प्रो (जेन2)] ने ऑटोमोटिव पीएलआई प्रमाणपत्र के लिए 50 प्रतिशत (न्यूनतम) के डीवीए के मानदंडों को पूरा किया है, जो उन्नत ऑटोमोटिव प्रौद्योगिकी उत्पादों के स्वदेशीकरण को लेकर उनकी प्रतिबद्धता को दिखाता है।
कंपनी को आईसीएटी से यह प्रमाणपत्र ‘मेक इन भारत’ अभियान के प्रति उनके समर्पण और घरेलू उत्पादन इकोसिस्टम को मजबूत करने के लिए दिया गया है।