पहली बार, 100 महिला कलाकार अपने-अपने राज्यों की वेशभूषा में, ‘विकसित भारत’ (डेवलप्ड इंडिया) और ‘भारत: लोकतंत्र की जननी’ (इंडिया: मदर ऑफ डेमोक्रेसी) विषय पर शंख, ड्रम, और अन्य पारंपरिक वाद्ययंत्र बजाते हुए परेड की शुरुआत करेंगी। साथ ही पहली बार 30 राज्यों की 1,500 महिला कलाकार लोक और शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुत करेंगी। इसके साथ ही कर्तव्य पथ पर सभी राज्यों की करीब 1900 साड़ियां प्रदर्शित की जाएंगी। संस्कृति राज्य मंत्री श्रीमती मीनाक्षी लेखी ने यह जानकारी दी। वह 23 से 31 जनवरी तक गणतंत्र सप्ताह के दौरान संस्कृति मंत्रालय के विभिन्न सांस्कृतिक घटकों के संबंध में राष्ट्रीय मीडिया केंद्र, नई दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रही थीं। श्री गोविंद मोहन, सचिव, संस्कृति मंत्रालय; श्रीमती उमा नंदूरी, संयुक्त सचिव संस्कृति, श्रीमती अमिता प्रसाद सरभाई, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के सदस्य सचिव डॉ. सच्चिदानंद जोशी और संगीत नाटक अकादमी की अध्यक्ष डॉ. संध्या पुरेचा भी सम्मेलन के दौरान उपस्थित थे।