प्रमुख स्नान तिथियों के बाद, पूरे मेले के मैदान में स्वच्छता बहाल करने के लिए बड़े पैमाने पर सफाई अभियान चलाया जा रहा है। विशेष स्वच्छता टीमें तैनात की गई हैं:
- सार्वजनिक शौचालयों को नियमित रूप से साफ करें। मेले के दौरान इस्तेमाल होने वाले सार्वजनिक शौचालयों के लिए बड़े पैमाने पर सफाई अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए स्वच्छता कार्यकर्ताओं की अतिरिक्त टीमें भी तैनात की गई हैं। पार्किंग एरिया से लेकर घाटों तक स्थापित शौचालयों की साफ-सफाई पर खास ध्यान दिया जा रहा है।
- तीर्थयात्रियों द्वारा छोड़ा गया कचरा हटाएँ। कचरे को एकत्र कर निर्धारित स्थानों पर निस्तारित किया जा रहा है। इस एकत्रित कचरे को निपटान के लिए व्यवस्थित रूप से ब्लैक लाइनर बैग में इकट्ठा किया जा रहा है, इस योजना को क्रियान्वित करने में तेजी से प्रगति हो रही है।
- काले लाइनर बैग का उपयोग करके कचरे का व्यवस्थित निपटान सुनिश्चित करें।
- कीटाणुनाशकों का नियमित छिड़काव और फॉगिंग।
- तीर्थयात्रा के मार्गों से मलबा, पत्थर, ईंटें एवं मलबा सहित सभी निर्माण सामग्री हटाने के नियमित प्रयास।
ये त्वरित प्रतिक्रियाएं पूरे आयोजन के दौरान स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण बनाए रखने की प्रतिबद्धता को मजबूत करती हैं।
स्वच्छता कर्मियों का कल्याण
राज्य सरकार ने महाकुंभ में स्वच्छता बनाए रखने और स्वच्छ महाकुंभ अभियान को बड़ी सफलता बनाने में स्वच्छता कार्यकर्ताओं की महत्वपूर्ण भूमिका को पहचानते हुए, सफाई मित्र नामक सफाई कर्मचारियों की भलाई को प्राथमिकता दी है। इस बावत किए गए उपायों में शामिल हैं:
- उचित आवास और सुविधाएं प्रदान करने के लिए स्वच्छता कॉलोनियां।
- उनके बच्चों के लिए प्राथमिक विद्यालय, ताकि विद्या कुंभ पहल के ज़रिए उन बच्चों के लिए शिक्षा, यूनिफार्म और मध्याह्न भोजन तक पहुंच सुनिश्चित हो सके।
- सभी सफाई कर्मचारियों के लिए पर्याप्त भोजन, आवास और समय पर वेतन भुगतान।
ये प्रयास न केवल स्वच्छता बनाए रखने, बल्कि इसके लिए जिम्मेदार श्रमिकों का समर्थन करने के लिए प्रशासन की प्रतिबद्धता को उजागर करते हैं।

Author: ainewsworld



