अर्थव्यवस्था में हाइड्रोजन और ईंधन सेल के लिए अंतर्राष्ट्रीय साझेदारी (आईपीएचई) की 41वीं संचालन समिति की 18 से 22 मार्च, 2024 के दौरान नई दिल्ली में आयोजित हो रही बैठक की मेजबानी भारत द्वारा की जा रही है। बैठक की औपचारिक कार्यवाही 20 मार्च, 2024 को सुषमा स्वराज भवन, नई दिल्ली में जारी रही।
ऑस्ट्रिया, चिली, फ्रांस, यूरोपीय आयोग, जापान, जर्मनी, नीदरलैंड, संयुक्त अरब अमीरात, इंग्लैंड, अमरीका, सिंगापुर और दक्षिण कोरिया सहित इस बैठक में भाग लेने वाले देशों के आईपीएचई प्रतिनिधियों ने अनुसंधान और विकास, प्रमुख नीतिगत विकास और उनकी संघीय तथा प्रांतीय सरकारों द्वारा हाइड्रोजन के बारे में की गई पहलों पर अपने देश की नवीनतम स्थिति के बारे में जानकारी दी। प्रतिनिधियों ने राष्ट्रीय स्वच्छ हाइड्रोजन रणनीतियों, हाइड्रोजन उत्पादन, भंडारण और परिवहन से संबंधित अनुसंधान और विकास पहलों; मांग सृजन की स्थिति, बुनियादी ढांचा विकास, आपूर्ति और मांग का पैमाना और कार्यबल का कौशल बढ़ाने का उल्लेख किया।
समिति ने एक मजबूत हाइड्रोजन अर्थव्यवस्था के निर्माण के लिए हाइड्रोजन के परिवहन, उत्पादन और भंडारण के लिए व्यावसायिक मॉडल, वित्त, नीति, विनियम और सतत वाणिज्यिक एवं आर्थिक मॉडल के क्षेत्रों में अंतरराष्ट्रीय सहयोग और भागीदारी की संभावनाओं के बारे में विचार-विमर्श किया।
प्रतिनिधियों ने नियामक ढांचे, उत्सर्जन बचत का पता लगाने की पद्धति, समर्पित हाइड्रोजन बुनियादी ढांचा और बाजारों का निर्माण, हाइड्रोजन बैंकों और आयात-निर्यात गलियारे, जन जागरूकता, व्यापार करने में आसानी और उच्च दक्षता एवं कम लागत वाले दृष्टिकोण के बारे में भी इस चर्चा के दौरान विचार-विमर्श किया गया।
समिति ने 40वीं संचालन समिति के निर्णयों और कार्यों तथा आईपीएचई की सदस्यता के बारे में भी समीक्षा की। इसने सुझाव दिया गया कि ग्लोबल साउथ के देशों सहित अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की व्यापक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए सदस्यता को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।
इस बारे में भी सहमति हुई कि 42वीं संचालन समिति की मेजबानी यूरोपीय आयोग द्वारा इस साल नवंबर में आयोजित होने वाले यूरोपीय हाइड्रोजन सप्ताह के दौरान की जाएगी।
समिति के अध्यक्ष ने सभी हितधारकों से प्राथमिकता के आधार पर अर्थव्यवस्था के सभी संभावित क्षेत्रों में हरित हाइड्रोजन की तैनाती को गति प्रदान करने के लिए साहसिक उपाय अपनाने का आग्रह किया।