भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय त्रि-सेवा मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) जल-स्थल अभ्यास, टाइगर ट्राइंफ का उद्घाटन समारोह आज 19 मार्च 2024 को आईएनएस जलाश्व पर आयोजित किया गया। यह अभ्यास दोनों देशों के बीच मजबूत रणनीतिक साझेदारी दर्शाता है और इसका लक्ष्य बहुराष्ट्रीय एचएडीआर कार्रवाइयों के संचालन के संबंध में सर्वोत्तम प्रथाओं और मानक संचालन प्रक्रियाओं को साझा करना है।
अभ्यास का हार्बर चरण 18 से 25 मार्च 24 तक विशाखापत्तनम में आयोजित किया जा रहा है और इसमें प्री-सेल चर्चा, व्यवसायिक विषयों के संबंध में विशेषज्ञगत आदान-प्रदान और विभिन्न कार्यों की योजना और निष्पादन प्रक्रियाओं के बारे में विचार-विमर्श शामिल होगा। अभ्यास में भाग लेने वाले दोनों देशों के सशस्त्र बलों के कर्मियों के बीच सौहार्द बढ़ाने के लिए खेल कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। समुद्री चरण का आयोजन 26 से 31 मार्च 24 तक किया जाएगा। इसके तहत दोनों देशों की इकाइयां एक संयुक्त कमान और नियंत्रण केंद्र और एक संयुक्त राहत और चिकित्सा शिविर स्थापित करेंगी।
दोनों देशों की सेनाओं के बीच त्वरित और सुचारू समन्वय सक्षम बनाने के लिए मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) के बारे में चर्चा करने और उन्हें बेहतर बनाने के लिए योजना और समन्वय अभ्यास साथ ही साथ शुरू किया जाएगा।
अभ्यास में भाग ले रही भारतीय नौसेना की इकाइयों में एक लैंडिंग प्लेटफ़ॉर्म डॉक, लैंडिंग शिप टैंक (विशाल) जिनमें उनके इंटेग्रल लैंडिंग क्राफ्ट और हेलीकॉप्टर, गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट और लंबी दूरी के समुद्री टोही विमान शामिल हैं। भारतीय सेना का प्रतिनिधित्व मशीनीकृत बलों सहित इन्फेंट्री बटालियन ग्रुप द्वारा किया जाएगा। भारतीय वायु सेना मीडियम लिफ्ट एयरक्रॉफ्ट, ट्रांसपोर्ट हेलीकॉप्टर और एक रैपिड एक्शन मेडिकल टीम (आरएएमटी) तैनात करेगी। इसके अतिरिक्त, तीनों सेनाओं के विशेष कार्रवाई बल भी अभ्यास में भाग लेंगे।
अमरीकी कार्य बल में यूएस नेवी लैंडिंग प्लेटफ़ॉर्म डॉक शामिल होगा जिसमें इसके इंटेग्रल लैंडिंग क्राफ्ट एयर कुशन और हेलीकॉप्टर, एक विध्वंसक, समुद्री टोही और मीडियम लिफ्ट एयरक्रॉफ्ट और यूएस मरीन भी शामिल होंगे।