भारतीय सेना की टुकड़ी भारतीय सेना और सेशेल्स रक्षा बलों (एसडीएफ) के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास लमितिये-2024″ के दसवें संस्करण में भाग लेने के लिए आज सेशेल्स के लिए रवाना हुई। यह संयुक्त सैन्य अभ्यास 18-27 मार्च 2024 तक सेशेल्स में आयोजित किया जाएगा। क्रियोल भाषा में ‘लमितिये’ का अर्थ है ‘मित्रता’। यह एक द्विवार्षिक प्रशिक्षण कार्यक्रम है और वर्ष 2001 से इसका आयोजन सेशेल्स में किया जा रहा है। भारतीय गोरखा राइफल्स और सेशेल्स रक्षा बल (एसडीएफ) प्रत्येक से 45 कर्मी सैन्य अभ्यास में भाग लेंगे।
संयुक्त सैन्य अभ्यास का उद्देश्य शांति स्थापना संचालन पर संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अध्याय VII के तहत अर्ध-शहरी परिदृश्य में उप-पारंपरिक संचालन में अंतर संचालन को बढ़ाना है। यह अभ्यास शांति स्थापना अभियानों के दौरान दोनों पक्षों के बीच सहयोग और अंतर संचालन को बढ़ावा देगा। यह अभ्यास दोनों सेनाओं के बीच कौशल, अनुभव और अनुरूप अभ्यासों के आदान-प्रदान के अलावा द्विपक्षीय सैन्य संबंधों का निर्माण भी करेगा और उन्हें प्रोत्साहन देगा।
दोनों सैन्य पक्ष आधुनिक उपकरणों और प्रौद्योगिकी का प्रदर्शन और पराक्रम को दर्शाते हुए, अर्ध-शहरी वातावरण में आने वाले संभावित खतरों को विफल करने के लिए पूर्ण रूप से विकसित सामरिक अभ्यासों की एक श्रृंखला को संयुक्त रूप से प्रशिक्षित, योजित और कार्यान्वित करेंगे। 10 दिवासीय संयुक्त सैन्य अभ्यास में फील्ड प्रशिक्षण अभ्यास, युद्ध चर्चा, व्याख्यान और प्रदर्शन शामिल होंगे, इसका समापन दो दिवासीय सत्यापन अभ्यास के साथ होगा।
यह सैन्य अभ्यास दोनों सेनाओं के बीच आपसी समझ विकसित करने और संयुक्तता में वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करेगा। यह अभ्यास सहयोगात्मक साझेदारी को भी बढ़ावा देगा और दोनों पक्षों के बीच सर्वोत्तम अभ्यासों को साझा करने में सहयोग करेगा।