केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण और वस्त्र मंत्री, श्री पीयूष गोयल अमेरिकी वाणिज्य सचिव जीना रायमोंडो, थाई उपप्रधान मंत्री और विदेश मंत्री पारनप्री बहिधा-नुकारा के साथ अन्य समृद्धि के लिए भारत-प्रशांत आर्थिक ढांचा (आईपीईएफ) के साझेदार मंत्रियों के साथ इस वर्ष की अपनी पहली मंत्रिस्तरीय बैठक में शामिल हुए।
स्तंभ II-IV पर आभासी मंत्रिस्तरीय बैठक के दौरान, आईपीईएफ भागीदारों ने नवंबर 2023 में हुई बैठक में प्रस्तावित आईपीईएफ स्वच्छ अर्थव्यवस्था समझौते (स्तंभ III), आईपीईएफ निष्पक्ष अर्थव्यवस्था समझौते (स्तंभ IV) और समझौते पर नवंबर 2023 में हुई बैठक में वार्ता के पर्याप्त निष्कर्ष के बाद से हुई महत्वपूर्ण प्रगति का स्वागत किया। आईपीईएफ भागीदारों ने तीन प्रस्तावित समझौतों पर आगे चल रहे सहकारी कार्यों पर भी चर्चा की।
इसके अतिरिक्त, भारत-प्रशांत आर्थिक ढांचा के साझेदारों ने 24 फरवरी 2024 से आईपीईएफ आपूर्ति श्रृंखला समझौते के लागू होने का स्वागत किया। प्रस्तावित स्वच्छ अर्थव्यवस्था समझौते,निष्पक्ष अर्थव्यवस्था समझौते और आईपीईएफ पर समझौते के पाठ भी इस दौरान सार्वजनिक किए गए।
मंत्रिस्तरीय सभा को संबोधित करते हुए, श्री गोयल ने विभिन्न आईपीईएफ स्तंभों के अंतर्गत सभी कार्य-उन्मुख सहयोगी तत्वों के शीघ्र कार्यान्वयन का आह्वान किया। स्तंभ- II (आपूर्ति श्रृंखला लचीलापन) समझौते पर, जो 24 फरवरी 2024 को लागू हुआ, श्री गोयल ने कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भारत की वैश्विक उत्पादन क्षमताओं पर प्रकाश डाला, जो आईपीईएफ भागीदारों के लिए आपूर्ति विविधीकरण के अवसर प्रदान करते हैं। ‘प्रधानमंत्री सूर्य घर निशुल्क बिजली योजना’ को एक ऐसी ही परियोजना के रूप में रेखांकित करते हुए, जो न केवल स्वच्छ अर्थव्यवस्था के उद्देश्यों को आगे बढ़ाती है, बल्कि बड़े सामाजिक-आर्थिक गुणक प्रभाव भी उत्पन्न करती है, वाणिज्य मंत्री श्री गोयल ने आईपीईएफ के भागीदारों के निवेशकों को इसमें निवेश करने और ट्रिलियन डॉलर से अधिक की इस परियोजना ऐसे अवसर से लाभ उठाने के लिए आमंत्रित किया जिसे भारत ने स्वच्छ अर्थव्यवस्था क्षेत्र में प्रदान किया है।

Author: ainewsworld



