एनएचएआई ने नए खुले द्वारका एक्सप्रेसवे पर यातायात को दुरुसत करने के लिए यात्रियों से जिम्मेदारी से ड्राइव करने का आग्रह किया है और यातायात नियम उल्लंघन को कम करने तथा यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद के लिए विभिन्न उपाय किए हैं।
एनएचएआई ने एक्सप्रेसवे पर यात्रियों की सहायता के लिए प्रमुख जंक्शनों और प्रवेश/निकास बिंदुओं पर मार्गदर्शन और दिशा-निर्देश प्रदान करने के लिए मार्शल तैनात किए हैं। साथ ही यात्रियों की सुविधा के लिए अतिरिक्त सड़क संकेतक लगाए गए हैं। इसके अतिरिक्त, जैसा कि द्वारका एक्सप्रेसवे को हाई-स्पीड कॉरिडोर के रूप में विकसित किया गया है, उच्च गति वाले वाहनों की आवाजाही तुलनात्मक रूप से धीमी गति से चलने वाले वाहनों की सुरक्षा के लिए जोखिम पैदा कर सकती है। इसलिए, दो/तीन पहिया वाहनों और गैर-मोटर चालित वाहनों जैसे वाहनों को गलियारे का उपयोग करने से प्रतिबंधित किया गया है। ऐसे वाहन एक्सप्रेसवे के दोनों ओर बनाई गई सर्विस लेन का उपयोग कर सकते हैं। प्रौद्योगिकी का लाभ उठाते हुए, उन्नत सीसीटीवी कैमरे भी तैनात किए गए हैं ताकि उल्लंघनों की जांच की जा सके और सड़क सुरक्षा बढ़ाई जा सके।
इसके अतिरिक्त मजबूत दुर्घटना प्रबंधन प्रणाली प्रदान करने के लिए समर्पित एक्सप्रेसवे गश्ती वाहन और एम्बुलेंस को गलियारे में तैनात किया गया है। इसके अतिरिक्त किसी भी आपातकालीन/गैर-आपात स्थितियों में यात्रियों की सहायता के लिए टोल-फ्री राष्ट्रीय राजमार्ग हेल्पलाइन नंबर 1033 की सेवाएं भी उपलब्ध हैं।
एनएचएआई ने यात्रियों से जिम्मेदारी से वाहन चलाने, गलत दिशा में वाहन चलाने से बचने, लेन अनुशासन का पालन करने तथा हाई-स्पीड कॉरिडोर में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए गति सीमा के भीतर वाहन चलाने का करने का आग्रह किया है।
द्वारका एक्सप्रेसवे के 19 किलोमीटर लंबे हरियाणा खंड को हाल ही में यातायात के लिए खोला गया है। 8-लेन एक्सेस कंट्रोल अर्बन एक्सप्रेसवे दिल्ली-हरियाणा सीमा को खेड़की दौला क्लोवरलीफ़ इंटरचेंज से जोड़ता है और यह भारत की पहली एलिवेटेड रोड है जिसे सिंगल पीर पर विकसित किया गया है। एक्सप्रेसवे में प्रमुख जंक्शनों पर भारत के पहले तीन स्तर के ग्रेड पृथक्करण की सुविधा भी है, जो स्थानीय यातायात को अलग करना और कॉरिडोर पर पूरी तरह से यातायात सुनिश्चित करता है।
द्वारका एक्सप्रेसवे पर सुरक्षा देख-रेख एनएचएआई के लिए एक उच्च प्राथमिकता है और प्राधिकरण यात्रियों को सुरक्षित और सुचारू यात्रा अनुभव प्रदान करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है।