राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने (12 मार्च, 2024) को महात्मा गांधी संस्थान (एमजीआई), मोका, मॉरीशस का दौरा किया।
राष्ट्रपति ने संस्थान के परिसर में स्थित 1970 में भारत और मॉरीशस सरकार की संयुक्त पहल के रूप में स्थापित महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। एमजीआई मॉरीशस में भारतीय कला, संस्कृति और भाषाओं को बढ़ावा देने एवं प्रचारित करने वाली एक अग्रणी संस्था है।
संस्थान में एक सभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि मॉरीशस में भारतीय प्रवासियों द्वारा की गई उल्लेखनीय प्रगति न केवल हमारे लिए गर्व की बात है, बल्कि दुनिया भर के भारतीयों के लिए अनुकरणीय उदाहरण है। उन्होंने कहा कि हमारी दशकों पुरानी साझेदारी मॉरीशस की विकास यात्रा में योगदान देने और मॉरीशस में आम लोगों के लिए जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने की भारत की प्रतिबद्धता का एक शानदार उदाहरण है।
राष्ट्रपति ने मॉरीशस के युवाओं को – न केवल सांस्कृतिक और भाषाई रूप से, बल्कि शैक्षिक और व्यावसायिक अवसर प्रदान करके उन्हें भारत के साथ जुड़ने के और अधिक अवसर प्रदान करने के लिए महात्मा गांधी संस्थान को प्रोत्साहित किया।
राष्ट्रपति ने 7वीं पीढ़ी के भारतीय मूल के मॉरीशसवासियों के लिए प्रवासी भारतीय नागरिकता की पात्रता के विस्तार की घोषणा की, जिससे अधिक युवा मॉरीशसवासी अपने पूर्वजों की भूमि के साथ फिर से जुड़ सकेंगे।
एमजीआई की अपनी यात्रा के दौरान, राष्ट्रपति ने संस्थान में संरक्षित कुछ दुर्लभ अभिलेखों को भी देखा, जो देश में पहले भारतीय गिरमिटिया मजदूरों के आगमन के दस्तावेज हैं।