एनटीपीसी और आरवीयूएनएल के बीच समझौता ज्ञापन
एनटीपीसी और आरवीयूएनएल के बीच हस्ताक्षरित यह समझौता ज्ञापन मौजूदा छाबड़ा ताप विद्युत संयंत्र में सुपरक्रिटिकल इकाइयों को जोड़ने की संभावनाओं का पता लगाने के लिए है। इसके अलावा, दोनों पक्षों का लक्ष्य इस संयंत्र की मौजूदा इकाइयों की कुशलता बढ़ाने और बिजली उत्पादन लागत को कम करने के उपायों को लागू करना है। इस समझौता ज्ञापन में एनटीपीसी या उसके सहयोगियों द्वारा आरवीयूएनएल की पुरानी ताप विद्युत इकाइयों के 15 वर्ष से 20 वर्षों के लिए एन्युटी आधारित नवीनीकरण एवं आधुनिकीकरण (आरएंडएम) भी शामिल है। इस समझौता ज्ञापन पर कार्यकारी एनटीपीसी के कार्यकारी निदेशक, बीडी, आईबीडी एवं परामर्श श्री आर सारंगापानी और आरवीयूएनएल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक श्री देवेंद्र श्रृंगी ने हस्ताक्षर किए।
एनजीईएल और आरवीयूएनएल के बीच समझौता ज्ञापन
एनटीपीसी की नवीकरणीय ऊर्जा इकाई एनजीईएल और आरवीयूएनएल के बीच समझौता ज्ञापन राजस्थान में 25 गीगावॉट तक क्षमता की नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के विकास और ग्रीन हाइड्रोजन डेरिवेटिव में 10 लाख टन तक क्षमता विकास के लिए है। इस समझौता ज्ञापन पर एनजीईएल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री राजीव गुप्ता और आरवीयूएनएल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक श्री देवेंद्र श्रृंगी ने हस्ताक्षर किए।
राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा की मौजूदगी में मुख्यमंत्री कार्यालय में आयोजित एक हस्ताक्षर समारोह में इन दोनों समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए। केंद्रीय विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री आरके सिंह और कोयला एवं खान मंत्री श्री प्रहलाद जोशी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये इस कार्यक्रम में भाग लिया। इसके अलावा राजस्थान के उप मुख्यमंत्री श्रीमती दीया कुमारी, केंद्रीय कोयला सचिव श्री अमृत लाल मीणा और राजस्थान के मुख्य सचिव श्री सुधांश पंत भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे।
इस अवसर पर एनटीपीसी लिमिटेड के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक श्री गुरदीप सिंह, निदेशक (मानव संसाधन) श्री डीके पटेल और स्वतंत्र निदेशक श्री विवेक गुप्ता एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
एनटीपीसी लिमिटेड 75 गीगावॉट से अधिक स्थापित क्षमता के साथ भारत की सबसे बड़ी एकीकृत बिजली उत्पादन करने वाली कंपनी है। वह भारत की कुल बिजली मांग को पूरा करने में 25 प्रतिशत का योगदान देती है। एनटीपीसी वर्ष 2032 तक 60 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता के साथ अपनी गैर-जीवाश्म आधारित क्षमता को कंपनी के कुल 130 गीगावॉट के पोर्टफोलियो में 45 प्रतिशत से 50 प्रतिशत तक विस्तारित करना चाहता है।