शिक्षा और कौशल विकास पर भारत-अमेरिका कार्य समूह की दूसरी बैठक आज वर्चुअल तरीके से आयोजित की गयी, जो शिक्षा और कौशल विकास के क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच सहयोग को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। बैठक के दौरान हुये विचार-विमर्श से दोनों देशों के बीच मजबूत सहयोग की नींव रखी गयी।
बैठक की सह-अध्यक्षता उच्च शिक्षा विभाग के अंतरराष्ट्रीय सहयोग की संयुक्त सचिव सुश्री नीता प्रसाद और अमेरिका के शिक्षा विभाग के अंतरराष्ट्रीय मामलों के कार्यवाहक निदेशक श्री राफेल नेवारेज़ ने की।
शिक्षा और कौशल विकास पर भारत-अमेरिका कार्य समूह की पहली बैठक 22 मई, 2023 को आयोजित की गयी थी। इसके बाद निम्नलिखित क्षेत्रों से संबंधित चार उप-समितियों का गठन किया गया था:
- अमेरिकी और भारतीय उच्च शिक्षा संस्थानों के बीच मैचमेकिंग: साझेदारी, छात्र/ संकाय आदान-प्रदान, भारतीय परिसरों में अंतरराष्ट्रीयकरण और उच्च शिक्षा में समावेशिता की सुविधा प्रदान करता है।
- निजी क्षेत्र के साथ जुड़ाव: अनुसंधान, कार्यबल प्रशिक्षण और शिक्षा और कौशल विकास के लिये वित्त पोषण में निजी क्षेत्र की भागीदारी का पता लगाता है।
- कौशल और व्यावसायिक शिक्षा: सहयोग, कौशल प्रमाणपत्र मान्यता और कार्यकर्ता गतिशीलता के अवसरों पर केंद्रित है।
- प्रमाणीकरण और मान्यता: योग्यता मान्यता को सुव्यवस्थित करके विद्यार्थी गतिशीलता को आसान बनाना और पाठ्यक्रम और क्रेडिट ढांचे पर विश्वविद्यालय सहयोग का पता लगाना है।
आज हुई बैठक के दौरान, प्रत्येक उप-समिति के सदस्यों ने कार्यबल चुनौतियों का समाधान करने, शैक्षणिक सहयोग को बढ़ावा देने और दोनों देशों के बीच आपसी शिक्षा और विकास को बढ़ावा देने के लिये विशिष्ट उद्देश्यों के साथ लक्ष्यों की पहचान की। उप-समिति के सदस्यों में सरकारी अधिकारी, शिक्षाविद् और उद्योग के अधिकारी शामिल हैं, जिन्होंने अपने दृष्टिकोण और लक्ष्यों को साझा किया। इससे आगे की भागीदारी और कार्य योजनाओं का मार्ग प्रशस्त हुआ।
दोनों देशों द्वारा शिक्षा और कौशल विकास सहयोग के भविष्य के बारे में आशा व्यक्त करने के साथ बैठक सफलतापूर्वक संपन्न हुयी। उप-समितियां संयुक्त प्रयासों को आगे बढ़ाने और हमारे देशों के बीच सहयोग के नये रास्ते को आगे ले जाने के लिये आने वाले समय में चर्चा करना जारी रखेंगी।