प्रधानमंत्री श्रीनरेन्द्र मोदी गहरे समुद्र में पानी के नीचे गए और उस स्थल पर प्रार्थना की जहां जलमग्न द्वारका नगरी है। यह अनुभव भारत की आध्यात्मिक और ऐतिहासिक जड़ों के साथ एक दुर्लभ और गहन संबंध की प्रस्तुति थी।
प्रधानमंत्रीने द्वारका नगरी में श्रद्धा-सुमन अर्पित किए, द्वारका एक ऐसी नगरी रही है जो अपनी समृद्ध सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत के साथ कल्पनाओं को सम्मोहित करती है। प्रधानमंत्री ने जल के अंदर श्रद्धा स्वरूप मोर-पंख भी अर्पित किये।
प्रधानमंत्री ने एक्स पर पोस्ट किया:
“जलमग्न द्वारका शहर में प्रार्थना करना, एक बहुत ही दिव्य अनुभव था। मुझे आध्यात्मिक वैभव और शाश्वत भक्ति के एक प्राचीन युग से जुड़ाव महसूस हुआ। भगवान श्री कृष्ण हम सभी को आशीर्वाद दें।”