भगवान बुद्ध और उनके दो शिष्यों के पावन अवशेषों को बैंकॉक के सनम लुआंग मंडप में विशेष रूप से निर्मित्त मंडपमम में बड़ी श्रद्धा और पवित्र मंत्रोच्चार के साथ सार्वजनिक पूजा के लिए प्रतिष्ठापित किया गया। बिहार के राज्यपाल श्री राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने बुद्ध के पावन अवशेष थाईलैंड के प्रधानमंत्री (अध्यक्ष) श्री श्रेथा थाविसिन को सुपुर्द किया जबकि अरहंत सारिपुत्र और महा मौदगलायन के अवशेष केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार ने थाईलैंड के उप प्रधानमंत्री श्री सोमसक थेपसुतिन तथा थाईलैंड के संस्कृति मंत्री को मंडप में प्रतिष्ठापित करने के लिए सुपुर्द किए।
राष्ट्रीय संग्रहालय से प्राप्त अवशेषों की एक राजसी परेड भी आयोजित की गई जिसमें भगवान बुद्ध और उनके दो शिष्यों के पावन अवशेषों की 26 दिवसीय भव्य प्रदर्शनी के एक हिस्से के रूप में बैंकॉक के शाही महल मैदान में थाईलैंड की संस्कृति तथा विरासत को प्रदर्शित किया गया। इस परेड में भारत और थाईलैंड के बीच सौहार्द्र को भी प्रदर्शित किया गया क्योंकि परेड में दोनों देशों की सांस्कृतिक प्रदर्शनी के साथ साथ भारत और थाईलैंड के राष्ट्रीय ध्वज भी शामिल थे।