विद्युत मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के अंतर्गत केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम, मिनी रत्न, श्रेणी- I और अनुसूची ‘ए’ केंद्रीय उद्यम एसजेवीएन लिमिटेड ने आज, 23 फरवरी, 2024 को उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में अपने 50 मेगावाट के गुजराई सौर ऊर्जा स्टेशन का सफल वाणिज्यिक संचालन शुरू कर दिया है। इस उपलब्धि के साथ एसजेवीएन की कुल संस्थापित विद्युत क्षमता 2,277 मेगावाट हो गई है और वर्तमान में दस विद्युत स्टेशन प्रचालन में हैं।
50 मेगावाट का गुजराई सौर विद्युत स्टेशन को एसजेवीएन द्वारा अपनी नवीकरणीय शाखा एसजेवीएन ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एसजीईएल) के माध्यम से 281 करोड़ रुपये की लागत से लागू किया गया है। उत्पादित ऊर्जा से वार्षिक राजस्व लगभग 32 करोड़ रुपये होने की आशा है। इस परियोजना से पहले वर्ष में 107 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन होगा और 25 वर्षों में संचयी ऊर्जा उत्पादन 2,477 मिलियन यूनिट होने का अनुमान है।
अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्रीमती गीता कपूर ने इस उपलब्धि को साझा करते हुए कहा कि एसजेवीएन देश के गैर-जीवाश्म-ईंधन आधारित ऊर्जा उत्पादन को बढ़ाने तथा वर्ष 2070 तक नेट जीरो के लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है।
एसजीईएल ने नवंबर 2022 में उत्तर प्रदेश न्यू एंड रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (यूपीएनईडीए) द्वारा आयोजित टैरिफ-आधारित प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया के माध्यम से 2.98 रुपये प्रति यूनिट के टैरिफ पर ग्रिड से जुड़ी इस सौर परियोजना को प्राप्त किया। उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीएल) के साथ 25 वर्ष के लिए बिजली खरीद समझौता किया गया है।
एसजेवीएन ने हाल में अनेक नवीकरणीय परियोजनाएं चालू की हैं। इस प्रकार वर्ष 2030 तक 25 गीगावाट तथा वर्ष 2040 तक 50 गीगावाट की स्थापित क्षमता प्राप्त करने के अपने साझा विजन को प्राप्त करने का मार्ग प्रशस्त हुआ है।