केंद्रीय शिक्षा एवं कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री, श्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) के तत्वावधान में 15 प्रसिद्ध संगठनों, उद्योग के दिग्गजों और राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (नेशनल स्किल डेवलपमेंट कारपोरेशन – एनएसडीसी) के साथ-साथ अग्रणी शैक्षणिक संस्थानों के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करके भारत की युवा शक्ति को कुशल और सशक्त बनाने के लिए कई पहलें और उद्योग साझेदारी की शुरुआत की है। इस कार्यक्रम में कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) में सचिव श्री अतुल कुमार तिवारी; राष्ट्रीय व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण परिषद ( नेशनल काउंसिल फॉर वोकेशनल एजुकेशन एंड ट्रेनिंग -एनसीवीईटी) के अध्यक्ष डॉ. निर्मलजीत सिंह कलसी; महानिदेशक (प्रशिक्षण),प्रशिक्षण महानिदेशालय डायरेक्टरेट जनरल ऑफ़ ट्रेनिंग – डीजीटी) की महानिदेशक (प्रशिक्षण), श्रीमती त्रिशलजीत सेठी; के साथ एनएसडीसी और एमडी, एनएसडीसी इंटरनेशनल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) श्री वेद मणि तिवारी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे। इस अवसर पर फ्लिपकार्ट, टीमलीज, इंफोसिस, आईआईटी गुवाहाटी और लॉजिकनॉट्स, टाइम्सप्रो, बीसीजी, गूगल, अपग्रेड, अनस्टॉप, माइक्रोसॉफ्ट, एम3एम फाउंडेशन, रिलायंस फाउंडेशन, यस फाउंडेशन, यूपीएस और डिजीवर्सिटी के साथ साझेदारी की घोषणा की गई।
इस अवसर पर अपने सम्बोधन में श्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि आज हुई साझेदारियां कौशल भारत मिशन को आगे ले जाएंगी और वैश्विक अवसरों को अपनाने के लिए अधिक सक्षम, उत्पादक और कुशल कार्यबल तैयार करेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि कुशलता (स्किलिंग), कार्य विशेष हेतु कुशलता (री-स्किलिंग) और नए कौशल सीखने (अप-स्किलिंग) के मंत्र को अपनाने से भारत अजेय बन जाएगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि जैसे-जैसे भारत प्रौद्योगिकी, पैमाने और स्थिरता का लाभ उठाकर एक विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है, वैसे-वैसे भारतीय कार्यबल न केवल घरेलू मांग बल्कि वैश्विक मांग को भी पूरा करेगा।