विकसित भारत संकल्प यात्रा ने आज एक बड़ा पड़ाव पार कर लिया। मात्र 50 दिनों की अल्प अवधि में 10 करोड़ से अधिक लोग यात्रा में शामिल हो चुके हैं। यह चौंका देने वाली संख्या विकसित भारत के साझा दृष्टिकोण के साथ देश भर के लोगों को एकजुट करने में यात्रा के गहरे प्रभाव और बेजोड़ क्षमता का संकेत देती है।
संयोग से, विकसित भारत संकल्प यात्रा में भाग लेने वालों की संख्या ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, जर्मनी, फ्रांस, इटली और दक्षिण अफ्रीका जैसे कुछ प्रमुख देशों की पूरी आबादी से भी अधिक है। यात्रा को मिला व्यापक समर्थन विकसित भारत के निर्माण के प्रति नागरिकों के दृढ़ समर्पण को दर्शाता है।
अरुणाचल प्रदेश के मुकुट रत्न, अंजाव से लेकर गुजरात के पश्चिमी तट पर देवभूमि द्वारका तक, लद्दाख की बर्फीली चोटियों पर चढ़ाई और अंडमान के फ़िरोज़ा तटों की शोभा बढ़ाने तक, विकसित भारत संकल्प यात्रा ने देश के सुदूरवर्ती इलाकों में समुदायों तक पहुंचकर सभी क्षेत्रों को गले लगाया है। इस यात्रा ने कल्याणकारी योजनाओं को जमीनी स्तर तक पहुंचाने और लोगों को इनका सीधा लाभ देना सुनिश्चित कर, भारत की विशालता में उत्साह और आशा की एक चिंगारी पैदा की है।